परीक्षा से डेढ-दो घंटे पहले पेपर व्हाट्सएप पर आ गया

परीक्षा से डेढ-दो घंटे पहले पेपर व्हाट्सएप पर आ गया

प्रयागराज, यह परीक्षा निरस्त किए जाने के बाद यूपीपीएससी के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा में गड़बड़ी का दाग लग गया है। हालांकि, आयोग ने परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए इस बार कई नए कदम उठाए थे।

आयोग ने शासन को यह प्रस्ताव भी भेजा था कि राजस्थान की तर्ज पर यहां भी परीक्षा के दौरान इंटरनेट सेवा बंद कर दी जाएं, लेकिन इससे आम लोगों को होने वाली दिक्कत के मद्देनजर शासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। आयोग की पूरी मेहनत पर तब पानी फिर गया, जब परीक्षा से डेढ-दो घंटे पहले पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हो गया।

आरओ/एआरओ के 411 पदों के लिए 1076004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। परीक्षा के लिए प्रदेश के 58 जिलों में 2387 केंद्र बनाए गए थे। 11 फरवरी को हुई परीक्षा में 64 फीसदी अभ्यर्थी शामिल हुए थे। आयोग की किसी भी परीक्षा के लिए पहली बार इतनी अधिक संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और पहली बार किसी परीक्षा के लिए सबसे ज्यादा केंद्र भी बनाए गए थे। यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। इस परीक्षा के कुछ दिनों बाद हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में भी गड़बड़ी की शिकायत मिली। शासन ने पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त कर दी। यह परीक्षा निरस्त होने के बाद आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के अभ्यर्थियों ने भी परीक्षा निरस्त किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया और इस मामले में शासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। ब्यूरो

यूपीपीएससी की ओर से अभ्यर्थियों को साक्ष्य उपलब्ध कराने की जो मियाद दी गई थी, उसके पूरा होने से पहले शासन ने परीक्षा निरस्त कर दी। अभ्यर्थियों ने आयोग के साथ शासन को भी पेपर लीक से जुड़े साक्ष्य उपलब्ध कराए थे। आयोग ने अभ्यर्थियों से दो मार्च तक साक्ष्य मांगे थे।