पढ़ाने के बजाए बीआरसी में आधार कार्ड बना रहे शिक्षक

पढ़ाने के बजाए बीआरसी में आधार कार्ड बना रहे शिक्षक

■ डीजी स्कूल शिक्षा के आदेश पर भी बीआरसी से नही हटे शिक्षक, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों में शिक्षकों की कमी

सुलतानपुर:- महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेश पर बेसिक शिक्षा विभाग अमल नहीं करा सका। परिषदीय बाद जिम्मेदार विभागीय अधिकारी की ओर से शिक्षकों को बीआरसी पर आधार कार्ड बनाने के लिए पिछले दो वर्ष से अटैच किया गया है। जिन शिक्षकों को विद्यालय में बच्चों को शिक्षा देनी चाहिए थी, वह बीआरसी पर बैठकर आधार कार्ड बना रहे रहे हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने 29 को से मूल विभाग से अलग सम्बद्ध सभी शिक्षकों का सम्बद्धीकरण तत्काल समाप्त करने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया था। 

ऐसे में बीएसए की ओर से सम्बद्धीकरण को समाप्त करने के लिए खण्ड शिक्षाधिकारियों को पत्रजारी किया गया। खण्ड शिक्षाधिकारियों ने बीएसए के पत्र को संज्ञान नहीं लिया। बीएसए की ओर से जारी पत्र को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया। शासन की ओर से निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत सभी जाने के लिए बीएसए को निर्देश दिया गया। 

प्रत्येक शिक्षकों के द्वारा विद्यालय में नियमित रूप से शिक्षण कार्य के दायित्व का निर्वहन करन के उपरान्त ही विद्यालय को निपुण बनाया जा सकता है। डीजी स्कूल शिक्षा के आदेश पर बीएसए ने 18 अप्रैल 2022 को बीईओ को पत्र जारी कर बीआरसी पर आधार बनाने के लिए सम्बद्ध शिक्षकों को तत्काल अपने मूल विद्यालय में कार्य करने का निर्देश दिया। 

बीएसए के आदेश पर सभी बीईओ ने अमल नहीं किया। शासन के आदेश पर विभाग की ओर से निपुण भारत मिशन के तहत विद्यालयों को निपुण विद्यालय बनाने वाले गुरुजी ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर विद्यालयों को निपुण विद्यालय बनाए मौज कर रहे हैं।