ग्रेच्युटी भुगतान न होने पर बीएसए से स्पष्टीकरण

परिषद ने पूरे प्रदेश से मांगी ग्रेच्युटी मामलों की रिपोर्ट

मैनपुरी:- शिक्षक-शिक्षिकाओं की असमय मौत परिवार पर पहाड़ बनकर टूटती है। परिवार पर मौत का बोझ कम पड़े इसके लिए सरकारी शिक्षकों के परिजनों को गेच्युटी की सुविधा भी मिलती है लेकिन मैनपुरी की एक शिक्षिका के परिजनों को ग्रेच्युटी भुगतान में हुई लापरवाही पर सरकार ने नाराजगी जताई है। बीएसए मैनपुरी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है और इस तरह के अन्य मामलों की पूरे प्रदेश से रिपोर्ट तलब की गई है।

शिक्षा विभाग ने पूर्व में ही शिक्षकों की सेवानिवृत्ति से पहले विकल्प पत्र देने, न देने और विकल्प परिवर्तन की सुविधा देने के लिए कह चुका है। सुविधा से वंचित की आकस्मिक मृत्यु के मामले में कार्रवाई करके गेच्युटी भुगतान देने के निर्देश भी दिए गए हैं। यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। इस संबंध में हाईकोर्ट की ओर से भी ग्रेच्युटी और उसके ब्याज का भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद भी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से शिक्षकों को समय से ग्रेच्युटी के भुगतान नहीं मिल पा रहे हैं। शिक्षक की मृत्यु की दशा में पीड़ित परिवार को अंतिम वेतन की 20 गुना धनराशि सरकार की ओर से ग्रेच्युटी के रूप में दी जाती है।

10 मई तक मांगी गई सभी जिलों से रिपोर्ट

बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने यह स्थिति सामने आने पर नाराजगी जताई और प्रदेश के सभी जिलों से इस तरह के मामलों की रिपोर्ट तलब की है, 10 मई तक सूचनाएं देने के लिए कहा गया है। मैनपुरी के मामले में सचिव ने बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा है और दोषी कर्मचारी पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। इस तरह के मामलों का निस्तारण जल्द से जल्द कराया जाएगा, ये जानकारी भी दी गई है।

परिषद की ओर से जो भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, उनका समयबद्ध निस्तारण करने के लिए अधीनस्थों को निर्देशित कर दिया गया है। निदेशालय को मैनपुरी की शिक्षिका के प्रकरण की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।

दीपिका गुप्ता, बीएसए मैनपुरी