ऑनलाइन हाजिरी के लिए आ गए सिम, स्कूल खुलते ही शुरू होगा उपयोग

ऑनलाइन हाजिरी के लिए आ गए सिम, स्कूल खुलते ही शुरू होगा उपयोग

रायबरेली, बेसिक शिक्षा विभाग में परिषदीय विद्यालयों को पिछले साल अक्तूबर में उपलब्ध कराए टैबलेट को चालू करने के लिए सिम कार्ड आ गए हैं। इन्हें खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) के माध्यम से विद्यालयों को दिया जाएगा, ताकि ऑनलाइन हाजिरी समेत डिजिटलाइजेशन का काम पटरी पर आ सके।

जिलास्तर पर खरीदे गए सिम कार्ड बीएसए कार्यालय को मिल गए हैं, जहां शुक्रवार को बीईओ को बांटे जाएंगे। हर साल गर्मी की छुट्टी के दौरान सभी स्कूलों को सिम देकर टैबलेट चालू कराया जाएगा, ताकि छुट्टी के बाद स्कूल खुलते ही सभी टैबलेट से ऑनलाइन काम शुरू कराया जा सके।

परिषदीय विद्यालयों की पंजिकाओं के डिजिटलाइजेशन का काम छह महीने से लटका हुआ है, जिसमें कोई तेजी नहीं दिख रही है। डिजिटलाइजेश का आदेश आने के बाद से ही शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में विद्यालयों की 12 पंजिकाओं को भरने का काम 20 नवंबर से ऑनलाइन शुरू किए जाने के आदेश हुए, लेकिन कोई असर नहीं दिखा।

इसके बाद 15 फरवरी से बच्चों की उपस्थिति पंजिका और एमडीएम पंजिका को ऑनलाइन अनिवार्य कर दिया गया, फिर भी प्रगति नाकाफी रही। शिक्षक संगठन इस बात पर अड़ गए कि वे अपनी व्यक्तिगत आईडी से सिम नहीं खरीदेंगे। इसके अलावा कई अन्य मांगें भी उठाई जाती रहीं।

शिक्षक संगठनों सिम को लेकर चल रही मांग पर विभाग ने नया रास्ता निकाला। जिला स्तर पर सिम की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया, जिसके अंतर्गत एक कंपनी को सिम देने का काम मिला। मोबाइल कंपनी की ओर से जिले को 3762 सिम उपलब्ध करा दिए गए, क्योंकि 3762 टैबलेट विद्यालयों को बांटे गए हैं।

जिला समन्वयक (एमआईएस) अविलय सिंह ने बताया कि 3762 पोस्टपेड कनेक्शन लिए गए हैं। प्रत्येक टैबलेट के लिए सिम कार्ड आवंटित कर दिए गए हैं। ब्लाक क्षेत्रवार सूची तैयार कर ली गई है। सिम कार्ड सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को शुक्रवार को दिए जाएंगे, ताकि उन्हें संबंधित विद्यालयों को उपलब्ध कराया जा सके।

टैबलेट चालू कराना बड़ी चुनौती

जिले में बेसिक शिक्षा विभाग से 2300 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें 1967 विद्यालयों को अक्तूबर महीने में 3762 टैबलेट उपलब्ध कराए गए थे। इनमें 1795 स्कूलों को दो-दो और 172 स्कूलों को एक-एक टैबलेट मिला है। जिले के 333 जूनियर हाईस्कूल अब भी टैबलेट नहीं पा सके हैं। इस समय सबसे ज्यादा जरूरी विभाग की ओर से दिए गए टैबलेट को चालू कराना है, क्योंकि अब भी ज्यादातर टैबलेट डिब्बों में बंद हैं। सिम मिलते ही टैबलेट को सक्रिय कराया जाएगा, ताकि गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलते ही उपयोग शुरू करा दिया जाए।