जिले के शिक्षक घर से स्कूल नहीं ला रहे टैबलेट
बदायूं, डिजिटाईजेशन को दिए गये टेबलेट शिक्षकों ने लॉगिन कर कार्य करने के बजाय अपने घरों पर ले जाकर रख दिए हैं। यह खुलासा बीएसए एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान हुआ है। अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान जब टेबलेट मांगे तो पता चला कि टेबलेट स्कूल में हैं ही नहीं, शिक्षकों ने टेबलेट घर पहुंचा दिए हैं।
जनपद के 1,771 स्कूलों के लिए 3,371 टेबलेट दिए जा चुके हैं। इन टेबलेट के माध्यम से शिक्षकों के लिए प्रतिदन बच्चों की दैनिक उपस्थिति एवं एमडीएम के दौरान की उपस्थिति देनी है। इसके साथ ही टेबलेट का प्रयोग शिक्षण कार्य के लिए करना है।
लेकिन टेबलेट मिलने के कई महीने के बाद भी शिक्षकों ने टेबलेट लॉगिन नहीं किए हैं और अधिकांश शिक्षकों ने टेबलेट अपने घर ले जाकर रख दिए हैं। टेबलेट घर पर होने की बात निकलकर बीएसए एवं अन्य अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान आयी।
बीएसए ने इस बात को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। बीएसए स्वाती भारती ने प्रधानाध्यापकों एवं इंचार्ज प्रधानाध्यापकों से कहा है कि सभी टेबलेट लॉगिन कर कार्य करें। जिन प्रधानाध्यापकों एवं इंचार्ज प्रधानाध्यापकों द्वारा टेबलेट को चालू नहीं किया जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
30 फीसदी टेबलेट लॉगिन नहीं
3,371 टेबलेट शिक्षकों को उपलब्ध कराए गये हैं, लेकिन इनमें से 30 फीसदी टेबलेट भी लॉगिन नहीं किए गये हैं। अधिकारियों द्वारा शिक्षकों से लगातार टेबलेट चालू करने के लिए कहा जा रहा है। टेबलेट चालू न करने पर कार्रवाई होगी।
कंपोजिट ग्रांट से खरीदे सिम
टेबलेट चालू करने के लिए सिम कहां से खरीदे, रिचार्ज कैसे करा यह शिक्षकों द्वारा कहा जा रहा है, इसको लेकर बीएसए ने स्पष्ट कर दिया है कि कंपोजिट ग्रांट से सिम खरीदी जा सकती है और रिचार्ज भी ग्रांट का प्रयोग कर कराया जा सकता है। सभी विद्यालयों के लिए कंपोजिट ग्रांट ट्रांसफर की जा चुकी है।