शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन न होने से युवाओं में जबरदस्त रोष

शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन न होने से युवाओं में जबरदस्त रोष

प्रयागराज, युवा मंच के बैनर तले रोजगार के सवाल पर 12 दिसंबर से अनवरत जारी आंदोलन के अनुक्रम में कल 90 दिन पूरे होने पर बड़े प्रदर्शन का ऐलान युवाओं ने किया है। युवाओं की सर्वाधिक नाराजगी शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन को लेकर सरकार के लचर रवैया से है। वायदा किया गया था कि प्रदेश में रिक्त 6 लाख पदों को भरा जाएगा लेकिन शिक्षा आयोग गठन के नाम पर दो साल से टीजीटी-पीजीटी, 

असिस्टेंट प्रोफ़ेसर परीक्षाएं अधर में हैं। शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन संबंधी आंदोलन की मीडिया रिपोर्टों को सीएम योगी के एक्स हैंडल पर टैग कर युवा मंच ने जिक्र किया है कि बेहद हैरानी की बात है कि शिक्षा सेवा आयोग गठन की घोषणा के 14 महीने बाद भी अस्तित्व में नहीं आया, यह लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। 

धरना दे रहे युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि आचार संहिता लागू होने में बमुश्किल 3-4 दिन शेष हैं जैसा कि मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है। ऐसे में अगर सरकार अभी भी चाहे तो शिक्षा सेवा चयन आयोग गठन, एलटी व प्रवक्ता जीआईसी, बीईओ आर्हता विवाद प्रकरण हल कर विज्ञापन, शिक्षक भर्ती, तकनीकी संवर्ग व समूह ‘ग’ आदि में जिन विभागों में रिक्त पदों का ब्यौरा चयन संस्थाओं को उपलब्ध है, 

उनके विज्ञापनों को जारी किया जा सकता है। इसीलिए कल आयोजित प्रदर्शन बेहद महत्वपूर्ण है। आन्दोलन के समर्थन में विनय कुमार पाण्डेय, बी एम भरद्वाज ने कल के आन्दोलन को समर्थन दिया है आन्दोलन में युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह, विनय कुमार पाण्डेय,बी एम भरद्वाज, धीरज कुमार, अरूण कुमार सामिल रहे।