स्कूल को रास्ते की दरकार, बच्चों को पगडंडियों का सहारा

स्कूल को रास्ते की दरकार, बच्चों को पगडंडियों का सहारा

नगर पालिका परिषद क्षेत्र में एक स्कूल ऐसा है, जो 33 साल से रास्ते की राह देख रहा है। डामर रोड या इंटरलाॅकिंग तो दूर, स्कूल के लिए एक अदद कच्ची सड़क भी नहीं है। शिक्षक व बच्चे खेतों की मेड़ से जैसे-तैसे आते-जाते हैं।

बच्चों की दुश्वारियों को अब तक न अफसरों ने संज्ञान लिया और न ही जनप्रतिनिधियों ने ध्यान दिया। यहां पर बात प्राथमिक विद्यालय असवा की हो रही है।

नगर के वार्ड नंबर चार श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर स्थित इस विद्यालय में 134 बच्चे पंजीकृत हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए चार शिक्षक और एक शिक्षामित्र तैनात हैं। चारों तरफ से खेतों से घिरे इस स्कूल के भवन का निर्माण वर्ष 1991 में हुआ था।

स्थानीय निवासी राकेश कुमार, सतीश, राम भवन, गिरजेश, रामबदन आदि बताते हैं कि स्कूल के अगल-बगल भूमिधरी जमीन है। जब भवन बना था तो यहां पर बाग थी। इसलिए आवागमन हो जाता था। बाद में धीरे-धीरे बाग उजड़ गई और लोगों ने खेती शुरू कर दी, जिससे रास्ते की समस्या खड़ी हो गई।

स्कूल की सहायक अध्यापक पूर्णिमा देवी ने बताया कि बच्चे व शिक्षक सब खेतों की मेड़ से ही आते-जाते है। बारिश के मौसम व धान की फसल के दौरान जब खेतों में पानी भरा रहता है तो समस्या और बढ़ जाती है। स्कूल में पेयजल की भी समस्या है। कई बार मुद्दा उठाया गया, लेकिन न समस्या का निस्तारण नहीं हुआ।

खेतों की मेड़ से स्कूल आने-जाने में अक्सर बच्चे फिसल कर गिर जाते हैं। इससे उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। कई बार तो बच्चे घायल भी हो जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत बारिश के दिनों में होती है। पानी ज्यादा गिरता है तो कई-कई दिन तक बच्चे स्कूल नहीं जा पाते।

अजय तिवारी, असवा

स्कूल का भवन बनवाते समय ही रास्ते का विकल्प खोजा गया होता तो अब यह दिक्कत न खड़ी होती। तत्कालीन अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा नौनिहाल भुगत रहे हैं। कई बार लोगों ने समस्या उठाई है, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया।

शिव बोधन गुप्ता, असवा

स्कूल के भवन को रास्ता दिलाने की जिम्मेदारी नगर पालिका परिषद प्रशासन की है। इसके लिए नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष को पत्र लिखा जाएगा।

डॉ. कमलेंद्र कुशवाहा (बीएसए)

स्कूल के लिए रास्ता न होना, बड़ा मुद्दा है। इसकी जानकारी नहीं थी। कल ही टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। एक सप्ताह के अंदर समस्या का निस्तारण कराया जाएगा।

कविता पासी

अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, भरवारी