300 अध्यापकों का वेतन रोका, 23 से 38 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति वाले स्कूलों पर बीएसए ने की कार्रवाई

300 अध्यापकों का वेतन रोका, 23 से 38 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति वाले स्कूलों पर बीएसए ने की कार्रवाई

बाराबंकी:- जिले के सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम होती जा रही है। समीक्षा के दौरान फिर अफसोसजनक हालात सामने आए हैं। मात्र 23 से 38 प्रतिशत उपस्थिति वाले 74 विद्यालयों के 300 से अधिक शिक्षकों का वेतन बृहस्पतिवार को बीएसए ने रोक दिया। इसे लेकर खंड शिक्षा अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। क्योंकि इससे पहले जिला प्रदेश की रैकिंग में सबसे फिसड्डी निकला था।

सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति का हाल जानने के लिए एक से 30 सितंबर तक की समीक्षा की गई तो 74 विद्यालय ऐसे पाए गए, जहां केवल 27 से 38 प्रतिशत नौनिहाल ही पढ़ने आ रहे हैं। इनमें बनीकोडर व देवा ब्लॉक के चार-चार विद्यालय, बंकी, दरियाबाद, फतेहपुर, हैदरगढ़, हरख, मसौली, निंदूरा, पूरेडलई, रामनगर व सिद्धौर ब्लॉक के पांच-पांच, बंकी नगर के तीन विद्यालय शामिल हैं।

शहर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गांधीनगर में 23 फीसदी से कम बच्चों की हाजिरी है। दो महीने पहले भी प्रदेश स्तर पर हुई समीक्षा में बाराबंकी जिले के सरकारी विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों की उपस्थिति सबसे कम 33 प्रतिशत पाए जाने पर जिले को 75वां स्थान मिला था। शासन से फटकार के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने 20 जुलाई को 75 विद्यालयों के 200 शिक्षकों का वेतन रोक दिया था।