DM ने आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण व कायाकल्प के दिए निर्देश
मऊ, जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना एवं प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के घटक प्रधान मंत्री आदर्श ग्राम योजना के संबंध में मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत असंतृप्त गांवों में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण व केंद्रों पर कायाकल्प के तहत कराए जाने वाले कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर ऐसे कार्य जो दूसरी संस्थाएं नहीं कर सकती हैं, उन्हें ही इस योजना में सम्मिलित करने के निर्देश दिए। यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना (ग्रांट इन एड) घटक की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त विकास खंडों में अनुसूचित जाति क्लस्टर की सूचनाएं विकासखंड अधिकारियों के माध्यम से एकत्रित कर, उनके प्रशिक्षण के उपरांत सक्षम क्लस्टर को ही अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करने के निर्देश जिला समाज कल्याण अधिकारी को दिए। उन्होंने शासनादेश के अनुसार ही कलस्टर का चयन करने को कहा।
प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना (पीएम अजय) का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के लोगों का सामाजिक एवं आर्थिक रूप से विकास करने के साथ ही कौशल विकास आयोजक इकाइयों और अन्य पहलुओं के माध्यम से अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करके अनुसूचित जाति समुदायों में उद्यमिता का विकास करना एवं अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव में पर्याप्त बुनियादी ढांचे और अपेक्षित सेवाओं को सुनिश्चित करना शामिल है। प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय के घटक प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की भी समीक्षा हुई। जिला विकास अधिकारी उमेश चंद्र तिवारी, कृषि उपनिदेशक एसपी श्रीवास्तव, जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुज कुमार आदि रहे।