मौसम अलर्ट : 22 मई से बारिश के आसार, पढ़ें विस्तार से

22 मई से बारिश के आसार, पढ़ें विस्तार से

प्रयागराज:- संगम नगरी प्रयागराज में मई महीने के महीने में आसमान से आग बरस रही है। प्रयागराज में शुक्रवार का दिन सबसे गर्म दिन रहा, जबकि तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।

यूपी में अगले 48 घंटों तक हीटवेव का भी अलर्ट जारी किया गया है। भीषण गर्मी लोगों को अपनी तपिश से बेहाल करने वाली है। 22 मई से फिर से प्री-मानसून बारिश के आसार हैं। फिलहाल सुबह से ही कड़ी धूप ने लोगों को परेशान कर रखा है।

मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि आने वाले दो दिनों में प्रयागराज में तापमान 46 डिग्री पार कर सकता है। यूपी के 19 जिलों में हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं यूपी के 19 जिलों का तापमान 40 डिग्री को पार कर गया है। मौसम विभाग ने मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, प्रयागराज, हमीरपुर, चित्रकूट, मिर्जापुर, बांदा, महोबा, जौनपुर, कुशीनगर, गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ और संतकबीर नगर के लिए हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया है।यलो अलर्ट का मतलब है कि लोग मौसम पर नजर रखें, क्योंकि लापरवाही भारी पड़ सकती है।

आसमान से बरस रही आफत की वजह से लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। लोग बड़ी मुश्किल से धूप और गर्मी से बचाव का पूरा इंतजाम करके ही घरों से बाहर निकल पा रहे हैं। प्रयागराज में पड़ रही प्रचंड गर्मी ने अपने पिछले सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। तापमान के चलते सुबह दस बजने के साथ ही लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल होने लगता है और सड़कें सूनी नजर आने लगती हैं। इन दिनों तेज तपिश से आम जनजीवन भी बेहाल हो उठा है। (यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं।) वहीं मजबूरी में घरों से बाहर निकल रहे लोग इस भीषण गर्मी में मुंह बांधकर घरों से टू ह्वीलर से बाहर निकल रहे हैं, तो महिलायें भी सनक्रीम के साथ ही ग्लब्स और स्कार्फ का प्रयोग धूप से बचने के लिए कर रही हैं। इसके साथ ही किराये पर रहकर पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्रायें गर्मी से खासे परेशान हैं। उनके घरों में लगे कूलर और पंखों ने काम करना बंद कर दिया है। बिजली कटौती ने लोगों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। बिजली कटौती के चलते कई इलाकों में ट्यूबवेल न चलने से पेयजल का भी संकट खड़ा हो गया है।

शहर में पड़ रही भीषण गर्मी का असर गंगा और यमुना नदियों के जल स्तर पर भी पड़ रहा है। गर्मी के चलते जहां गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर काफी कम हो गया है। वहीं जगह-जगह नदियों में डेल्टा भी नजर आ रहे हैं। गर्मी के चलते आम दिनों में गुलजार रहने वाले संगम इलाके में भी दोपहर के वक्त सन्नाटा पसरा हुआ है. गर्मी को देखते हुए चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी है कि शरीर में पानी की कमी ना होने दें। भीषण गर्मी से बचाव के लिए लोग तरह-तरह के शीतल पेयों और जूस का भी सहारा ले रहे हैं। लोग गन्ने का जूस, बेल का शर्बत, आम का पना और नारियल पानी जैसे पेयों का प्रयोग कर रहे हैं, ताकि शरीर से पसीने के रुप में होने वाली पानी की कमी को पूरा कर सकें। वहीं जानकार भी लोगों को मौसमी फलों का सेवन करने की सलाह दे रहे हैं। लोगों का मानना है कि मॉनसून आने तक अभी गर्मी इसी तरह रौद्र रुप दिखायेगी।डॉक्टरों के मुताबिक इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी से हीट स्ट्रोक का भी खतरा काफी हद तक बढ़ गया है। चिकित्सकों ने इससे बचने के लिए लोगों को तेज धूप से बचने की भी हिदायत दी है।