जिनका अभ्यर्थन निरस्त हुआ, उन्हें लगा दोहरा झटका, अब नए सिरे से करनी होगी तैयारी

जिनका अभ्यर्थन निरस्त हुआ, उन्हें लगा दोहरा झटका, अब नए सिरे से करनी होगी तैयारी

प्रयागराज कड़ी मेहनत से पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा तक का सफर तय करने वाले 132 अभ्यर्थियों को दोहरा झटका लगा। पैटर्न बदले जाने से पहले उनके लिए वैकल्पिक विषयों वाली यह अंतिम परीक्षा थी, लेकिन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने विभिन्न कारणों से उनका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया। ऐसे में मुख्य परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह गए इन अभ्यर्थियों को अब बदले पैटर्न के आधार पर नए सिरे से तैयारी करनी होगी।

पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा से कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 132 अभ्यर्थियों का अभ्यर्थन एवं परीक्षा परिणाम निरस्त कर दिया था, जिनमें से 13 अभ्यर्थी स्पोर्ट्स कोटे से थे। वहीं, जिन 119 अभ्यर्थियों का अभ्यर्थन विभिन्न कारणों से निरस्त किया गया था, उनमें सर्वाधिक 72 अभ्यर्थी ऐसे थे, जो ऑनलाइन दावे के आधार पर प्रारंभिक परीक्षा में केवल ग्रुप-3 (व्यवस्थाधिकारी, राज्य संपत्ति विभाग/व्यवस्थापक, राज्य संपत्ति विभाग) के पद के लिए मुख्य परीक्षा के लिए सफल थे, लेकिन उस पद के लिए विज्ञापित अनिवार्य अर्हता धारित नहीं करते थे।

इसके अलावा कई ऐसे मामले भी थे, जहां अभ्यर्थियों ने ईडब्ल्यूएस, डीएफएफ आदि श्रेणी में आवेदन किए थे, लेकिन मुख्य परीक्षा के आवेदन पत्र में प्रमाणपत्र संलग्न नहीं किए थे। आठ ऐसे अभ्यर्थी भी थे, जिन्होंने अपने मुख्य परीक्षा के आवेदन पत्र के साथ कोई भी शैक्षणिक अभिलेख संलग्न नहीं किए थे। इसके अलामा भी कई अन्य कारणों से अभ्यर्थन निरस्त किए गए थे।वहीं, पीसीएस-2022 में स्पोर्ट्स कोटा के तहत नायब तहसीलदार पद के लिए प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुए और परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित किए गए 13 अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने निरस्त कर दिया था। ये अभ्यर्थी पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। 

ऐसे में 132 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए सफल होने के बावजूद परीक्षा से वंचित रह गए।जो अभ्यर्थी बाहर हुए, वह लंबे समय से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे और कड़ी मेहनत से मुख्य परीक्षा तक पहुंचे थे। ऐसे अभ्यर्थी अब पीसीएस-2023 में शामिल होंगे, लेकिन इस बार चुनौती बड़ी होगी। पीसीएस-2023 से मुख्य परीक्षा का पैटर्न बदल दिया गया है। अब वैकल्पिक विषयों की जगह सामान्य अध्ययन के यूपी विशेष दो प्रश्नपत्र आएंगे और अभ्यर्थियों को अब बदले हुए पैटर्न के हिसाब से नए सिरे से तैयारी करनी होगी।