शैक्षिक महासंघ की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सारनाथ में

शैक्षिक महासंघ की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सारनाथ में 

प्रखर वाराणसी:- अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी बैठक सारनाथ स्थित तिब्बत उच्च अध्ययन संस्थान में आयोजित हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए परम पूज्य ज्ञान वत्सल स्वामी ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों का आह्वान किया कि उन्हें आदर्श नागरिक तैयार हो इस भावना से कार्य करना होगा । शिक्षा के साथ सद्गुण भी सिखाया जाए। 

विज्ञान के साथ आध्यात्म भी चाहिए उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की चर्चा करते हुए कहा कि हमें श्रवण, प्रहलाद, नचिकेता और ध्रुव के बारे में अपने बालकों को अवश्य बताना क्यों कि बच्चों में संस्कार नहीं होगा तो हमारी संपत्ति और संतति अक्षय नहीं रह पाएगी। उन्होंने कहा कि मेरा ज्ञान, मेरा विज्ञान, मेरी कला, मेरी बुद्धि, मेरा अनुभव मेरे राष्ट्र और समाज के हित में उपयोगी हो। शिक्षा का हृदय हृदय की शिक्षा होती है। 

इस अवसर पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष प्रो. जगदीश प्रसाद सिंघल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख सुनील भाई मेहता, अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर, सह संगठन मंत्री जी. लक्ष्मण, शिक्षा संवर्ग के प्रभारी महेंद्र कुमार तथा महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा के साथ देशभर से अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं संबद्ध संगठनों के अध्यक्ष महामंत्री संगठन मंत्री महिला मंत्री आदि उपस्थित रहे सभी संबद्ध संगठनों के अध्यक्ष, महामंत्री ने अपने अपने राज्य में उनके द्वारा आयोजित किए गए महत्वपूर्ण कार्यक्रम और गतिविधियों की जानकारी दी। 

इस दौरान राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के कोषाध्यक्ष पवन शंकर दीक्षित, संयुक्त महामंत्री डा० उदयन मिश्रा, प्रदेश संयुक्त मंत्री एवं वाराणसी के जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय "शेखर", वाराणसी तथा कार्यकारी जिला अध्यक्ष ज्योति प्रकाश, मंडल एवं जिला के महामंत्री एवं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी की कार्यकारिणी का कार्यक्रम के सुचारू व्यवस्था में सहयोग रहा।