डीबीटी (DBT) की डेटा फीडिग न करने पर शिक्षक निलंबित
अलीगढ़:- बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में विद्यार्थियों को कई योजनाओं का मुफ्त लाभ दिया जाता है। अब इस लाभ की राशि को छात्र छात्राओं के अभिभावकों के खाते में भेजना है। इसके लिए डायरेक्ट बेनीफिशरी ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत विद्यार्थियों का डेटा व अभिभावकों के खाता नंबर, आधार कार्ड संबंधी जानकारी शिक्षकों को आनलाइन फीड करनी है। डीबीटी के तहत डेटा फीड न करने पर नगर क्षेत्र के स्कूल में इंचार्ज प्रधानाध्यापक फहीमुद्दीन को निलंबित कर दिया गया है।
बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि बालक पाठशाला संख्या 12 में फहीमुद्दीन इंचार्ज प्रधानाध्यापक हैं। इनका मूल विद्यालय बालक पाठशाला संख्या 28 है। इनको लिखित व मौखिक तौर पर डीबीटी के कार्य पूरे करने के निर्देश जारी किए गए थे। मगर शिक्षक ने इस महत्वपूर्ण कार्य को करने में रुचि नहीं दिखाई। बीएसए ने बताया कि आदेशों की अवहेलना व शासकीय प्राथमिकता के कार्यों में रुचि न लेने के आरोप में शिक्षक फहीमुद्दीन को निलंबित किया गया है। उनको उपस्थिति के लिए नगर संसाधन केंद्र से संबद्ध किया गया है। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा. प्रशांत शर्मा ने इस कार्रवाई पर विरोध जताया है। उन्होंने कहा है कि शिक्षकों पर डीबीटी का काम थोपा जा रहा है। पहले भी इसको बीआरसी स्तर पर कंप्यूटर आपरेटर से कराने की मांग कर चुके हैं। अब शिक्षकों को निलंबित किया जा रहा है। इस कार्रवाई को वापस लिया जाए वरना शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रशांत शर्मा का कहना है कि यह शिक्षकों का काम नहीं है। यह किसी कंप्यूटर आपरेटर से कराया जाना चाहिए। ऐसे काम करने से शिक्षकों का समय खराब होता है और वे बच्चों को पड़ा नहीं पाते हैं। दूसरे, शिक्षक तकनीक में पूरी तरह से दक्ष नहीं होते हैं और उनसे गलती होने की संभावना भी बनी रहती है।