उपस्थिति पंजिका में हाजिरी लगाकर गायब शिक्षकों के खिलाफ हुई कार्रवाई, बीएसए ने दी यह सजा

उपस्थिति पंजिका में हाजिरी लगाकर गायब शिक्षकों के खिलाफ हुई कार्रवाई, बीएसए ने दी यह सजा

खप्टिहाकलां:- गुरुजी! आते नहीं हैं तो बच्चों को पढ़ाएगा कौन? बच्चे पढ़ाई की जगह खेलते रहते हैं। अभिभावकों द्वारा अधिकारियों से की गई यह शिकायत रंग ले आई। । बीएसए ने शिकायत और वीडियो व फोटो आदि के आधार पर सभी शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिए रोक दिया है।
प्राथमिक विद्यालय भाग-1 व भाग-2 को मिलाकर कंपोजिट विद्यालय के रूप में परिवर्तित किया है। इसमें 393 बच्चे पंजीकृत हैं। इनको पढ़ाने के लिए प्रधानाध्यापक सहित 15 शिक्षकों का स्टाफ है, लेकिन इनमें से महज एक-दो शिक्षक ही स्कूल आते हैं। अन्य  हाजिरी लगाकर घर चले जाते हैं। बुधवार को विद्यालय में महज शिक्षक हनुमान सिंह व मोहम्मद शफीक ही मौजूद थे। जो कक्षा-1 की क्लास ले रहे थे। अन्य शिक्षक नदारद थे। ज्यादातर क्लासों में बस्ता रखकर ज्यादातर बच्चे खेलते रहते है। बच्चों से पूछा गया तो बोले की गुरुजी नहीं आते है तो कौन पढ़ाए।

प्रधानाध्यापक कृष्णमूर्ति का कहना है कि पठन-पाठन की समय सारिणी बनी हुई है। इसी के अनुसार क्लास लगती है। शिक्षकों को समय से क्लास में होना चाहिए। यदि वह नहीं आते हैं तो इसकी रिपोर्ट बीएसए, एवीएसए को भेजेंगे।

उधर, बीएसए रामपाल सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पठन पाठन के प्रति लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक के लिए रोक दिया है। चेतावनी दी कि भविष्य में दोबारा पुनरावृत्ति होती है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।