तीन साल से मिल रहा बजट इस परीक्षा में एआई का उपयोग
इस काम में निजी एजेंसी की भी मदद ली जाएगी। उसके बाद स्ट्रांग रूम में यदि कोई अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने की कोशिश करता है, लाइट जाती है या किसी प्रकार की दूसरी अवांछित गतिविधि होती है तो उसका अलर्ट सीधे बोर्ड के अधिकारियों को मिल जाएगा। उसके बाद बोर्ड मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों में बने कंट्रोल रूम से संबंधित स्कूल की जांच पड़ताल शुरू हो जाएगी। संबंधित जिले के अफसरों को भी मौके पर भेजकर प्रश्नपत्रों की सुरक्षा दिखवाई जाएगी।
एआई के उपयोग का फायदा यह होगा कि बोर्ड मुख्यालय के कंट्रोल रूम में पूर्व में जहां कई स्टाफ की ड्यूटी लगती थी वहीं इस बार यह संख्या एक तिहाई हो जाएगी।