समायोजन विशेष विसंगति
पहले प्रमोशन, फिर समायोजन
1- सबसे बड़ा पॉइंट 30 मार्च की छात्र संख्या। जबकि इस समय विद्यालय की छात्र संख्या निम्नतम होती है।
2- समायोजन विद्यालय में सीनियर का हो ना कि जूनियर का, क्योकि जूनियर का ही समायोजन होता रहा तो जूनियर जहाँ जायेगा जूनियर ही रहेग, हर जगह छात्र संख्या कम होने पर उसी को हटाया जाएगा,जबकि स्टेट पॉलिसी में हमेशा अधिक ठहराव वाले व्यक्ति को हटाया जाता है, यही पॉलिसी बेसिक की भी बने।
3- स्कूल स्तर पर समायोजन पर लिस्ट सीनियर की जिला स्तर पर बन रही है। समायोजन का आधार विद्यालय की नियुक्ति तिथि हो।
4- विकलांग, असाध्य रोग, को समायोजन में विद्यालय विकल्प में वरीयता मिले।
5- MRC पर दिग्भ्रमित,स्थिति स्पस्ट नही?
6- इंग्लिश मीडियम स्कूल में जो हिंदी मीडियम के शिक्षक पहले से कार्यरत है उनको नही हटाया गया,अब इंग्लिश मीडियम के शिक्षक सरप्लस हो गए हिंदी मीडियम के शिक्षक को पहले हटाया जाये।
7- जूनियर का ही समायोजन होता रहा तो जूनियर हमेशा जूनियर रहेगा हर बार वही हटता रहेगा।
8- RTE 2009 से आप समायोजन कर रहे है, तो हेडमास्टर 150, और 100 कि संख्या पर हटने चाहिये, उनकी जगह हमारे जूनियर समायोजित न हो, हेडमास्टर समायोजित हो।
9- नगर पालिका का सीमा विस्तार हुए 3 साल हो गए जो विद्यालय नगर सीमा में आये थे उनको नगर क्षेत्र में अभी तक नही किया गया, इससे बहुत लोग समायोजन से बच जाते। नीति मे बिल्कुल स्पष्ट है ग्रामीण से ग्रामीण और नगर से नगर समायोजन।
10- विद्यालय से अगर स्वेच्छा से कोई अध्यापक जाना चाहे तो उसे जाने दिया जाय न कि कनिष्ठ को बाध्य न किया जाए। जिससे उनका भी स्थानांतरण हो सके।
11- संविलियन स्कूल में PS हेड को जूनियर का सहायक गिना जाए।
12- ज़ब विद्यालय मे रिक्ति नहीं थी तो NIC ने वहां रिक्त सीट क्यों दिखाई ?
13- विद्यालय खुल गए है, संचारी रोग जैसे अभियान , स्कूल चलो अभियान इत्यादि प्रभावित होंगे। अध्यापक मानसिक रूप से इसी में व्यस्त रहेगा ,शिक्षा प्रभावित होगी इसलिए इसे बीच सत्र में जबकि स्कूल ओपन हो रहे है समायोजन करना अनुचित है।
14- जूनियर विद्यालय में गणित और विज्ञान अध्यापक की भर्ती अलग-अलग हुई थी, अब अगर किसी जूनियर विद्यालय में एक गणित का अध्यापक है और एक विज्ञान का, तो अब उन दोनों को एक मानकर किसी एक का समायोजन किया जा रहा है?
15- सरकार समायोजन से पहले प्रमोशन करे ताकि जिससे जूनियर में खाली पद भी भर जाएंगे और सरप्लस की समस्या भी खुद कम हो जायेंगे ये।
16- जब ARP विद्यालय में कोई सेवा नही देते तो उनको अध्यापकों की गणना में क्यों जोड़ा गया।
17- छात्र शिक्षक अनुपात का रेशियो प्राइमरी में 20 पर 1 जूनियर में 25 पर 1 हो।
18- अंग्रेजी माध्यम में 1 से 5 कक्षा में 5 शिक्षक होनी चाहिए ये अंग्रेजी माध्यम के शाशनादेश में था।
19- जो पूर्व के शाशनदेश में भारांक मिला था समायोजन में जैसे पति पत्नी बेसिक में होने का एक दूसरे का लाभ मिले। इत्यादि
20- जूनियर के सहायक को उसी ब्लॉक में खाली प्राथमिक विद्यालय के हेड पर समायोजित किया जाये, जिससे स्कूल संचालन हो सके।
21- प्रत्येक प्राथमिक को 5 शिक्षक एवं जूनियर को 5 टीचर अनिवार्य रूप से मिले।
22- जिस स्कूल में कोई शिक्षक मार्च 2025 सेवानिवृत्त हो रहा हो उसमे सरप्लस न माना जाए।
22- इसके अलावा भी जो पॉइंट आपके मन मे है इस पोस्ट को एडिट करके जोड़ सकते है।
धन्यवाद
राजीव गुप्ता मंत्री प्राथमिक शिक्षक संघ सदर प्रतापगढ