पदोन्नत्ति और स्थानांतरण

पदोन्नत्ति और स्थानांतरण ~

स्थानांतरण के लिए सोमवार का दिन बहुत ही अहम है हमारे लिए । सरकार का झूठ उजागर तो हमने एकल पीठ में ही कर दिया था लेकिन कुछ neophytes की वजह से केस ख़राब हुआ। एकल पीठ में आदेश हो रहे थे कि डेटा लेकर आओ लेकिन कहते हैं न जब तमीज़ न हो या ज्ञान न हो किसी चीज़ का तो उसको करने के लिए या तो सलाह मशविरा करो या शांत बैठ जाओ 

लेकिन उत्तर प्रदेश में हर किसी को हीरो बनना है और अभी भी उसी राह पर है। ख़ैर न्यायिक प्रक्रिया में कोई भी सौ फ़ीसदी नही होता है पर फिर भी जो लोग साथ दिए वे जानते हैं कि अब क्या कर रहा हूँ और क्या उम्मीद है फ़िलहाल क़िस्मत।

पदोन्नत्ति के लिए बस इतना कहूँगा कि रूल उड़ेगा ये वाला तो पहले जो पदोन्नत्त हुए हैं या बिना न्यूनतम योग्यता के पदोन्नत्ति चाहते हैं वे highcourt आएँ और लड़ें क्योंकि ख़तरे में सभी हैं। केवल मेरे words पर ध्यान दीजिएगा 

If any court declare rules as unconstitutional then it have retrospective effect not prospective in nature and law will affirm itself from the date when it was imposed. 

कुछ बचेगा नहीं इसलिए प्यार से पुकारकर बुला रहा हूँ कि आओ लड़ो भागो मत plz। दो पक्ष मैं चाहता हूँ जो सामने आएँ एक वे जो बिना टेट के पदोन्नत्ति ले लिए दूसरे वे जो बिना टेट के पदोन्नत्ति चाहते हैं। 

ये मैं प्रेयर किया हूँ इसलिए सरकार पदोन्नत्ति नहीं कर रही है क्योंकि जो कर चुकी है वही ख़तरे में है। 

बाक़ी एकल पीठ में लहसुन लेकर जाओ जो कि बहुत महँगा है वहाँ से कुछ न होगा केवल याचिका संख्या 523/2024 Himanshu Rana & oths Vs Union Of India & oths का हवाला देकर कह दिया जाएगा कि जो होगा इसके अनुसार होगा।