स्कूलों में हो रहे उत्पीड़न से शिक्षकों में आक्रोश

स्कूलों में हो रहे उत्पीड़न से शिक्षकों में आक्रोश

एटा, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शुक्रवार को जीआईसी परिसर में हुए धरना प्रदर्शन में डीआईओएस कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, भ्रष्ट कार्यशैली पर वक्ताओं ने प्रहार किया। प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्र त्रिपाठी ने डीआईओएस को स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह में शिक्षकों का उत्पीड़न करने वाले प्रबंधकों पर कार्रवाई और शिक्षकों की मांगों का निस्तारण नहीं हुआ तो एटा में महा आंदोलन होगा। इसमें प्राथमिक शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट होकर सड़कों पर उतरेंगे।

शुक्रवार को जीआईसी परिसर में आयोजित धरना प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि यह धरना प्रदर्शन सिर्फ जिलाध्यक्ष मुकेश बाबू शर्मा के निलंबन को लेकर ही नहीं है। जनपद में 54 सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों का प्रबंधन कर रहे उत्पीड़न को लेकर किया गया है। जनपद में शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहे प्रबंधकों पर अभी तक डीआईओएस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। शिक्षकों को चयन वेतनमान नहीं मिल रहा है। न ही शिक्षकों को समय से वेतन दिया जा रहा है। चयन वेतनमान लगाने के कर्मचारी दस हजार रुपए मांग रहे हैं। उससे डीआईओएस कार्यालय के भ्रष्टाचार में लिप्त होना प्रदर्शित होता है।

पूर्व विधायक जगवीर किशोर जैन ने कहा कि मंडलीय अधिकारी ने निर्देश दिया था कि जिलाध्यक्ष मुकेश बाबू शर्मा को डीआईओएस स्वयं स्कूल में जाकर कार्यभार ग्रहण कराए। ऐसा नहीं हुआ। स्कूल प्रबंधक ने डीआईओएस के कहने पर कार्यभार ग्रहण करा दिया गया। अभी तक उनको वेतन नहीं दिया गया है। जनता इंटर कॉलेज पिलुआ की संपत्ति का दुरपयोग हो रहा है। पिलुआ के अलावा राजा का रामपुर, मारहरा, जलेसर के सहायता प्राप्त विद्यालयों का प्रबंधक शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहे हैं। इसको रोका जाना चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि डीआईओएस कार्यालय में पिलुआ इंटर कॉलेज का विकास यादव, अविनाशी सहाय आर्य इंटर कॉलेज का लिपिक जीतू शिक्षकों से चयन वेतनमान, बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाने को वसूली करते हैं। डीआईओएस का सीयूजी नंबर पर स्वयं को डीआईओएस भी बताते हैं। भ्रष्ट स्कूल प्रबंधक, कर्मचारियों को डीआईओएस आश्रय से दे रहे हैं। वह बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाए जाने में हुई अनियमितता की जांच कराएंगे। जांच में भ्रष्टाचार सामने आने पर डीआईओएस को जाना होगा। धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष मुकेश बाबू शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री देवेंद्र यादव, आगरा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने भी डीआईओएस, प्रबंधकों की भ्रष्ट कार्यशैली पर प्रहार किए।

प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्र त्रिपाठी ने 11 सूत्रीय मांगपत्र डीआईओएस चंद्रकेश सिंह को सौंपा। धरना प्रदर्शन में प्रधानाचार्य परिषद के डॉ. सुधीर गुप्ता, मनोज तिवारी, ब्रजेश दीक्षित, विवेक प्रताप सिंह, विनीता तिवारी, पूर्व मंडल रामलाल कुशवाह, मुकेश शर्मा, हरी शरण वर्मा, नरेंद्र पाल सिंह सोलंकी, डॉ.दिलीप अमौरिया मंडल अध्यक्ष, आलोक कुमार दुबे, प्रेम प्रकाश कुशवाह, राकेश चौहान सहित आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस और एटा के शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

लिखित में कार्रवाई की जानकारी देने को बनाई समिति

माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्र त्रिपाठी ने डीआईओएस चंद्रकेश सिंह को 11 सूत्रीय ज्ञापन दिया। साथ ही उनको एक सप्ताह में कार्रवाई कर लिखिल रूप से अवगत कराने को पांच लोगों की समिति बनाई है। इसमें जिलाध्यक्ष मुकेश बाबू शर्मा, मंडलीय अध्यक्ष, मंडलीय महामंत्री, पूर्व मंडल अध्यक्ष रामलाल कुशवाह सहित पांच लोगों को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि डीआईओएस 20 जनवरी तक इन लोगों को लिखित कार्रवाई कर सूचना दें।

कड़ाके की सर्दी में धरना प्रदर्शन में पहुंचे शिक्षक

शुक्रवार को घने कोहरे और गलनभरी सर्दी होने के बाद भी डीआईओएस कार्यालय की भ्रष्ट कार्यशैली के विरोध में बड़ी संख्या में शिक्षक धरना प्रदर्शन में पहुंचे। जिलाध्यक्ष मुकेश बाबू शर्मा ने कहा कि उन्होंने 200 शिक्षकों के धरना प्रदर्शन पहुंचने का लक्ष्य बनाया था।