संस्कृत में परिवार के नाम: जानिए परिवारिक रिश्तों को संस्कृत भाषा में क्या कह कर पुकारते हैं?
नमस्कार, मित्रों- आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे सामाजिक रिश्तो को संस्कृत में किस नाम से पुकारा जाता है, क्योंकि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में संस्कृत भाषा के अंतर्गत यह प्रश्न पूछे जाते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं, नीचे दी गई लिस्ट में संस्कृत में रिश्तो के नाम दिए गए हैं।
संस्कृत में नाम | रिश्ते का हिंदी में नाम |
स्वसृ | बहन |
स्वसृपतिः | बहनोई |
पितृष्वसा | बुआ (फुआ) |
पितामहः | बाबा |
भ्रातृजः | भतीजा |
भ्रातृजा | भतीजी |
भ्राता | भाई |
माता | माता |
पिता | पिता |
पितृव्यः | चाचा |
पितृव्यः-पुत्रः | चचेरा भाई |
पितृव्यपत्नी | चाची |
अनुजः | छोटा भाई |
जामाता | दामाद |
देवृ | देव |
पितामही | दादी |
ननादृ | ननद |
नप्तृ | नाती |
पौत्रः | पोता |
पौत्री | नतिनी |
मातामहः | नाना |
पतिः | पति |
प्रमातामहः | परनाना |
प्रपितामहः | परदादा |
मातृष्वसृपतिः | मौसा |
श्वसुरः | ससुर |
सहोदरः | सगा भाई |
मातुलः | मामा |
मातुली | मामी |
मातुल पुत्रः | मामा का पुत्र |
स्वामी | मालिक |
मित्रम् | मित्र |
पुत्रवधूः | पुत्र की पत्नी |
स्नुषा | पुत्रवधू |
पितृष्वसृपतिः | फूफा |
पितृष्वस्त्रीयः | फुफेरा भाई |
अग्रजः | बड़ा भाई |
अग्रजा | बड़ी बहन |
भ्रातृजाया | भाभी |
भागिनेयः | भानजा` |
प्रपितामही | परदादी |
आत्मजः | पुत्र |
आत्मजा | पुत्री |
श्यालः | साला |
श्वश्रूः | सास |