बीआरसी में कमरे खाली फिर भी स्कूल में बना रहे आईसीटी लैब
अमृत विचार : मांटेसरी स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाई जा रहीं हैं। इसके लिए शिक्षकों को लैपटॉप व टैबलेट तक मुहैय्या कराए गए। शिक्षक मॉनिटरिंग से बचने के लिए जिम्मेदारों से सांठ- गांठकर अफसरों को गुमराह कर रहे और स्कूल में ही आईसीटीलैब की स्थापना करना चाह रहे है।
ऐसा ही एक मामला गुरुवार को त्रिवेदीगंज बीआरसी में सामने आया। यहां आईसीटी लैब की स्थापना के सभी मानकों पर ब्लॉक संशाधन केंद्र खरा है । विद्युत आपूर्ति के साथ जनरेटर, खाली कमरे सब कुछ होने के बाद भी यहां के बजाए के दहिला के स्कूल में आईसीटी लैब की स्थापना की तैयारी है।
यहीं कारण है कि लैब बनाने को लेकर मिले उपकरण गुरुवार को इसी विद्यालय में उतरवा दिए गए। इसकी भनक स्थानीय लोगों को लगी तो उन्होंने मामले की शिकायत क्षेत्रीय विधायक दिनेश रावत से की। विधायक ने बीएसए से बात कर आईसीटी लैब को बीआरसी में ही स्थापित कराने के लिए कहा।
आरोप है कि आईसीटी लैब की स्थापना को लेकर जारी किए गए आदेश में यह बात स्पष्ट की गई थी कि अगर बीआरसी में पर्याप्त स्थान व सुविधाएं नहीं हैं तो इसे नजदीक के विद्यालय में स्थापित कराया जाए। इसी का फायदा उठाते हुए बीआरसी की जगह स्कूल में उसे स्थापित किया जा रहा है। विद्यालय स्वयं अपने विद्यालय की मॉनिटरिंग स्कूल में लगी लैब से करेगा।
आईसीटी लैब की स्थापना बीआरसी में पर्याप्त जगह न होने कारण नजदीक के विद्यालय में करने का आदेश है। बीईओ स्तर से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर ही स्थल का चयन किया गया है। शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी।
- संतोष कुमार देव पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी