लापरवाही पर प्रधानाध्यापकों एवं सहायक अध्यापकों का वेतन रोका
अलीगढ़:- जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने नगर क्षेत्र में प्रधानाध्यापकों एवं सहायक अध्यापकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है।
बीएसए के अनुसार यह कार्रवाई शासन एवं विभाग को सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यक्रम परिवार सर्वेक्षण, आधार कार्ड, डीबीटी पाठ्य पुस्तक डीसीएफ, यू-डायस डाटा फीडिंग, आरटीई आदि के कार्यों में लापरवाही बरतने पर की गई है। उन्होंने बताया कि नगर क्षेत्र में बेसिक शिक्षा परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत समस्त प्रधानाध्यापकों एवं सहायक अध्यापकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है।
उधर, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष मुहम्मद अंसार कुरैशी, मंत्री अजय पाल सिंह कोषाध्यक्ष बिंदु शर्मा ने बीएसए की कार्रवाई को लेकर पत्र भेजकर विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि परिवार सर्वेक्षण का डाटा अन्य सभी विकास खंड की तुलना में लगभग चार गुना है। नगर क्षेत्र में कुल 105 विद्यालयों में प्रधानाध्यापक 62, सहायक 39, शिक्षामित्र 67 हैं। जिनमें से कुल 87 अध्यापक बीएलओ के कार्य में संलग्न है।
105 विद्यालयों में से 07 विद्यालय
अध्यापक विहीन है। अति विषम परिस्थितियों के बावजूद लगभग 60,000 परिवार (शेष विकास खंड से अधिक) पूर्ण हो चुका है। इस कार्य में खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चार लिपिक, 22 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा किसी भी प्रकार का सहयोग प्राप्त नहीं हो रहा है।
नगर में संचालित लगभग 600 मान्यता प्राप्त विद्यालयों से डाटा लाने का कार्य भी नहीं कर रहे हैं अपितु अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई है जो कि एकल है। सभी अध्यापकों से बाहरी कंप्यूटर ऑपरेटर की मदद से सर्वे पूर्ण कराने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने मांग की है कि इन परिस्थितियों की देखते हुए नगर वेतन रोकने की प्रक्रिया को रोकने की मांग की है। ब्यूरो