NPS Saving Calculator 🎯 नई पेंशन योजना - NPS का तुलनात्मक अध्ययन
नई पेंशन योजना - NPS का तुलनात्मक अध्ययन
अगर आज किसी व्यक्ति का खर्च लाख रुपए मासिक वेतन पर आधारित है, तो 35 वर्ष बाद इसी स्टैण्डर्ड को बनाए रखने के लिए मुद्रास्फीति की औसत वार्षिक दर 7.22% के आधार पर 12 लाख रुपए मासिक की आवश्यकता होगी और यह राशि 24 करोड़ रुपए से 5% वार्षिक प्रतिफल देने वाली एन्युटी खरीदने पर ही प्राप्त हो सकती है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उसे अपने वेतन का 10% हिस्सा नियमित रूप से निवेश करना पड़ेगा। जबकि उसका वेतन भी प्रतिवर्ष 13% की दर से बढता रहे या यो कहा जाए कि निवेश की मात्रा प्रतिवर्ष 13% की चक्रवृद्धि दर से बढ़ानी पड़ेगी। इस प्रकार परिपक्वता पर प्राप्त पूर्ण राशि से व्यक्ति को एन्यूटी खरीदनी पड़ेगी।
हॉ, नियोक्ता अंशदान अगर मिलता है तो दोनों के कुल निवेश से 60% तक जो राशि उसे अन्त में नगद मिलनी चाहिए वह नियोक्ता अंशदान के बराबर ही होगी। यह पुरानी पेंशन योजना के कर्मचारी को सेवानिवृत्त पर सामान्य भविष्य निधि की मिलने वाली नगद राशि के समान ही है। यह बात और है कि तब तक उसी कर्मचारी को सेवानिवृति के अन्त में 13% वार्षिक बढ़ोत्तरी के आधार पर ही 72 लाख रुपए मासिक वेतन मिल रहा होगा।
पुरानी पेंशन योजना में तब भी उसको 36 लाख रुपए मासिक पेंशन मिलती। अगर पिछले रिकॉर्ड के अनुसार बात की जाए, तो 36 वर्षो में लगभग 3 प्रमोशन और लगभग इतने ही वेतन पुनरीक्षण के परिणामस्वरूप उसका वेतन 100 गुना बढ़ जाता है, अर्थात ऐसी स्थिति में उसका मासिक वेतन 1 करोड़ रुपए पहुँच जाएगा और तब उसको पुरानी पेंशन योजना में 50 लाख रुपए मासिक पेंशन मिलेगी। नई पेंशन योजना में इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए तो उसे लगभग 40% वेतन निवेश के नाम पर होम करना पड़ेगा।