बच्चे हिंदी नहीं पढ़ पाए तो DM रह गए हैरान, शिक्षक झांकने लगे अगल-बगल, सभी का वेतन रोका

बच्चे हिंदी नहीं पढ़ पाए तो DM रह गए हैरान, शिक्षक झांकने लगे अगल-बगल, सभी का वेतन रोका

मुरादाबाद में एक बार फिर डीएम मानवेंद्र सिंह के निरीक्षण में प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा के स्तर की पोल खुल गई। प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर मुंडा में सवालों के जवाब छोड़िए कक्षा दो और तीन के बच्चे हिंदी नहीं पढ़ सके। पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं मिलने पर डीएम ने प्रधानाध्यापक सहित सात शिक्षकों के वेतन रोकने के आदेश दिए। 

डीएम मानवेंद्र सिंह अचानक प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर मुंडा में पहुंच गए। जहां प्रधानाध्यापक अपने कार्यालय की जगह अन्य कक्ष में कुर्सी लगाकर बैठे मिले। पूछने पर पता चला कि स्कूल में 61 बच्चे मौजूद हैं।

बच्चों को पढ़ाने के लिए 7 शिक्षकों की तैनाती है, जो मानक से अधिक हैं। डीएम ने पढ़ाई की जांच करने के लिए कक्षा दो और तीन के बच्चों को किताब पढ़ने के लिए कहा, लेकिन बच्चे हिंदी भी नहीं पढ़ सके। डीएम ने इस मामले में शिक्षकों से कहा कि इस विद्यालय के पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं है।

प्रधानाध्यापक अपने कार्यालय के लिए एक की जगह दो कमरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने बीएसए को बताया कि विद्यालय में पढ़ाई का स्तर ठीक नहीं है। इस मामले में प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश दिए।साथ ही पढ़ाई के स्तर की जांच के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश दिए। 

कार्यालय के मामले में प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा। बच्चों की शिक्षा में सुधार करने के लिए ही अध्यापक सीमा से अधिक संख्या में रखे गए हैं। यदि बच्चों के शिक्षा में सुधार होता है तो शिक्षकों को वेतन दिए जाएंगे।