टैबलेट से सेल्फी ले शिक्षकों व बच्चों की दर्ज होगी हाजिरी, यू-डायस से अटैच होगा टैबलेट

टैबलेट से सेल्फी ले शिक्षकों व बच्चों की दर्ज होगी हाजिरी, यू-डायस से अटैच होगा टैबलेट

पडरौना:- परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को अब ऑनलाइन सरकारी योजनाओं के संचालन में व्यक्तिगत मोबाइल के उपयोग से मुक्ति मिलने वाली है। स्कूलों में तैनात शिक्षकों व बच्चों की हाजिरी अब टैबलेट से सेल्फी के माध्यम से होगी। जिले को प्राप्त हुये 4150 टैबलेट का 2178 स्कूलों में प्रथम चरण में वितरण होगा। जिले को टैबलेट प्राप्त हो गया है। 

शीघ्र शिक्षकों में उसका वितरण किया जायेगा। टैबलेट मिलने के बाद एमडीएम सहित सभी योजनाओं की मॉनिटरिंग ऑनलाइन सीधे मुख्यालय स्तर से की जायेगी।

बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में 2464 परिषदीय विद्यालय संचालित होते हैं। इनमें 1640 प्राथमिक, 286 उच्च प्राथमिक विद्यालय व 538 कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में साढ़े छह हजार शिक्षक समेत कुल दस हजार अनुदेशक व शिक्षामित्र तैनात हैं तथा इनमें 2.88 लाख बच्चों का नामांकन है। परिषदीय स्कूलों में अधिकांश कार्य ऑनलाइन होना शुरू हो गया है। 

इसमें शिक्षक अपने व्यक्तिगत मोबाइल का उपयोग करते थे। इसका शिक्षक लगातार विरोध कर रहे थे। शिक्षकों की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ से प्रथम चरण में पिछले 10 अक्तूबर को जिले को 4150 टैबलेट प्राप्त हुआ है। 

उसको साफ्टवेयर से अपडेट कर दिया गया है। एक स्कूल को दो टैबलेट प्राप्त होगा। एक प्रधानाध्यापक व एक सहायक अध्यापक के पास होगा। दूसरे चरण में 286 उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों में वितरण होगा। शिक्षकों को मिलने वाले टैबलेट से परिषदीय विद्यालयों में अब शिक्षक और बच्चों की हाजिरी लगाई जायेगी।

शिक्षकों को समय से विद्यालय पहुंचकर टैबलेट के जरिए ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इससे स्कूलों में अब शिक्षकों की लेट लतीफी नहीं चलेगी।

शीघ्र ही शिक्षकों में टैबलेट का वितरण किया जायेगा। उसमें प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से हाजिरी लगेगी। वहीं एमडीएम समेत अन्य योजनाओं की जानकारी टैबलेट के माध्यम से ऑनलाइन दी जायेगी। 50 बच्चों से कम नामांकन वाले स्कूलों को एक तथा उससे अधिक बच्चों के नामांकन वाले स्कूल को दो टैबलेट दिया जायेगा।

यू-डायस से अटैच होगा टैबलेट

पडरौना:- प्रत्येक विद्यालय को मिलने वाला टैबलेट में स्कूल के अक्षांश और देशांतर रेखा के अनुसार यू-डायस की फिडिंग की जायेगी। इससे टैबलेट का किसी दूसरे स्थान से उपयोग नहीं किया जा सकता है तथा किसी दूसरे स्कूल के शिक्षक से बदला भी नहीं जा सकेगा। अगर कोई शिक्षक विद्यालय से बाहर होकर सेल्फी अपलोड करेगा तो पोर्टल उसे निरस्त कर देगा। टैबलेट से बच्चों का पठन पाठन में सहयोग मिलेगा तथा सरकारी सूचना पूरी तरह समय से ऑनलाइन की।

जनपद को 4150 टैबलेट प्राप्त हुआ है। उसमें साफ्टवेयर स्टॉल है। एक स्कूल पर दो टैबलेट का वितरण होगा। एक प्रधानाध्याक व एक सहायक अध्यापक के पास रहेगा। शीघ्र इसका वितरण किया जायेगा। इससे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में आसानी होगी।

- डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए