परिषदीय विद्यालयों में बिजली कनेक्शन नहीं, गर्मी से तरबतर हो रहे नौनिहाल

परिषदीय विद्यालयों में बिजली कनेक्शन नहीं, गर्मी से तरबतर हो रहे नौनिहाल

सिद्धार्थनगर,

उमस भरी गर्मी परिषदीय विद्यालयों के नौनिहालों को परेशान कर रही है। जिले के 63 विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन ही नहीं है। कई स्कूलों में कनेक्शन है पर पंखे खराब हैं। कई स्कूलों में समय से बिजली नहीं आती है। इसकी वजह से इन स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहाल गर्मी से तरबतर हो रहे हैं।

जिले में उमस भरी से हर कोई परेशान है। इस गर्मी में सुबह नौनिहाल तो स्कूल आसानी से पहुंच जाते है। लेकिन उनको स्कूल में रुककर कक्षाओं में पढ़ना दुश्वार हो रहा है। स्कूलों में बिजली का कनेक्शन न होने से वह हवा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। इससे वह कक्षाओं के अंदर गर्मी में पसीने से तरबतर हो रहे हैं। जिन विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन है वहां पर भी दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं। 

कहीं समय से बिजली नहीं आती है, अगर आती है तो स्कूल में लगे पंखे खराब हैं। अगर पंखे चलते हैं तो लो वोल्टेज बाधा उत्पन्न कर देती है। इन तमाम दुश्वारियों से परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों को शिक्षा पूरी करने में गर्मी परेशान कर रही है। स्कूल के शिक्षक भी इस गर्मी से परेशान हो रहे हैं।

कायाकल्प योजना भी नाकाम

कायाकल्प योजना के तहत बेसिक स्कूलों में सुविधा मुहैया कराई जा रही है लेकिन, अभी भी तमाम स्कूलों में सुविधाओं का अभाव है। जिले के 63 ऐसे स्कूल हैं, जहां बिजली कनेक्शन ही नहीं हैं। ऐसे में बच्चों को भीषण गर्मी में पसीना-पसीना होना पड़ रहा है। इसको लेकर शिक्षक भी परेशान हैं। यह हाल तब है जब सरकार शिक्षा के क्षेत्र में पानी की तरह पैसा बहा रही है। इसके बावजूद स्कूलों में बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं।

बिजली कनेक्शन विहीन विद्यालय

ब्लॉक संख्या

खुनियांव 12

खेसरहा 01

जोगिया 02

उस्का बाजार 03

डुमरियागंज 09

नौगढ़ 03

इटवा 07

बांसी 01

बर्डपुर 08

मिठवल 05

भनवापुर 02

शोहरतगढ़ 10

सर्वाधिक 51 प्राथमिक स्कूल शामिल

जिले के 2262 परिषदीय स्कूलों में 63 में बिजली कनेक्शन नहीं है। इनमें सर्वाधिक 51 प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। जबकि आठ उच्च प्राथमिक, तीन कंपोजिट और एक संविलियन विद्यालय है।

जिले के 63 विद्यालयों में बिजली कनेक्शन कराने के लिए 98.94 लाख रुपये का बजट भेजा जा चुका है। एक बार पुन: स्मरण पत्र शासन को भेजा जाएगा। बजट मिलने के बाद कनेक्शन से सभी विद्यालयों को आच्छादित करा दिया जाएगा।

- देवेंद्र कुमार पांडेय, बीएसए