अंतरजनपदीय स्थानांतरण से स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था पर असर

 

अंतरजनपदीय स्थानांतरण से स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था पर असर



कुशीनगर। बेसिक शिक्षा विभाग में हुये अंतरजनपदीय स्थानांतरण का असर स्कूलों पर पड़ा है। जिले से जाने वाले शिक्षकों की संख्या आने वालों से 13 गुना अधिक है। इसके चलते जिले में एकल शिक्षक वाले विद्यालयों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसका असर शिक्षण व्यवस्था पर पड़ी है।



बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में प्राथमिक 1640, उच्च प्राथमिक 286 संविलयन 538 को मिलाकर कुल 2464 विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में 2.88 लाख बच्चों का नामांकन है। इनका पढाने के लिए 6542 शिक्षक तैनात रहे। पिछले माह हुये अंतरजनदीय तबादले में 637 शिक्षकों को जिले से बाहर स्थानांतरण हो गया। वहीं बाहर से आने वाले शिक्षकों की संख्या काफी कम रही है।


दूसरे जिले से कुशीनगर को सिर्फ 56 शिक्षक ही मिले हैं। ज्यादा संख्या में शिक्षकों के जाने का असर हुआ कि जिले में करीब डेढ सौ जूनियर स्कूल व करीब 465 प्राथमिक एकल शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। वहीं पडरौना ब्लॉक में 15 प्राथमिक स्कूल ऐसे हैं, जो एकल हैं तथा 24 स्कूलों में एक शिक्षक व शिक्षामित्र की तैनाती है। शिक्षकों की कमी के चलते परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पर असर पड़ेगा। नये शिक्षक स्कूलों में पहुंचकर ज्वाइन कर रहे हैं।


जिले से बाहर जाने वाले शिक्षकों की संख्या अधिक रही है, लेकिन आने वालों की संख्या काफी कम रही है। जनपद में कोई स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है। एकल शिक्षक वाले स्कूलों की संख्या काफी कम है। स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती सीधे लखनऊ से ऑनलाइन माध्यम से हो रही है।

डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए