शिक्षिका के साथ आया शिक्षक संघ, कार्रवाई रोकने के लिए उठाई मांग, जानें क्या है मामला

शिक्षिका के साथ आया शिक्षक संघ, कार्रवाई रोकने के लिए उठाई मांग, जानें क्या है मामला

 हरदोई: परिषदीय स्कूल की शिक्षिका ने बच्चों को ईद का मंचन कराने को कुछ शरारती तत्वों ने धार्मिक उन्माद से जोड़ दिया, जोकि सरासर गलत है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसका विरोध करते हुए बीएसए को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है नवाचारी शिक्षिका ने कक्षा 4 की पुस्तक 'फुलवारी' के पाठ संख्या 18 के पृष्ठ संख्या 106-111 पर अंकित पाठ 'मोहम्मद साहब की जीवनी इंद के विषय पर मंचन किया था, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने उसे धार्मिक उन्माद से जोड़ दिया।

 बताते चलें कि संविलियन विद्यालय भटपुर कटका की नवाचारी शिक्षिका रीना राना बच्चों को नवाचारी शिक्षा के तहत ईद का मंचन कराया और उस मंचन को ब्लाक के व्हाट्स अप ग्रुप पर शेयर किया, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने उस नवाचारों शिक्षा को धार्मिक उन्माद से जोड़ दिया। मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष आलोक मिश्रा और मंत्री महेन्द्र प्रताप सिंह ने संघ के पदाधिकारियों के साथ बीएसए डॉ. विनीता से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि जैसे गांधी जयंती, सरदार पटेल जयंती, दशहरा और रामनवमी पर बच्चों को नवाचार और 'आओ कर के सीखें' के तहत शिक्षित किया जाता है, उसी तरह से शिक्षिका रीना राना ने ईद का मंचन कर बच्चों को शिक्षित करने का काम किया। संघ का कहना है कि नवाचारी शिक्षिका के खिलाफ की गई कार्यवाही सरासर गलत है। संघ ने मांग की है कि जो भी कार्यवाही की गई उन्हें रद्द किया जाए। संघ शिक्षिका रीना राना ही नहीं, हर शिक्षक-शिक्षिका के साथ खड़ा है।