शिक्षकों को नहीं मिला 25 लाख, आज भी कर रहे इंतजार

शिक्षकों को नहीं मिला 25 लाख, आज भी कर रहे इंतजार

बिजनौर:- पिछले साल सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने अपनी जेब से 25,45,950 रुपये खर्च कर उत्तर पुस्तिका खरीदी और वार्षिक परीक्षा कराई। आज तक अध्यापकों को एक भी पैसा वापस नहीं मिला, जबकि अफसरों ने शासन से पैसा आते ही अध्यापकों का देने का वादा किया था। बिजनौर ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी अध्यापक आज भी बेसब्री से पैसे का इंतजार कर रहे हैं और अफसर शासन से बजट ना आने की बात कह रहे हैं।

सरकारी स्कूलों में पिछले साल अध्यापकों ने अपने पैसे से उत्तर पुस्तिका खरीदकर नौनिहालों की वार्षिक परीक्षा कराई। बिजनौर में करीब 25 लाख 45 हजार 950 रुपये उत्तर पुस्तिका पर खर्च हुए। जिले में एक बार फिर 20 से 24 मार्च तक वार्षिक परीक्षा होनी है और अध्यापकों को अभी तक उत्तर पुस्तिकाओं का पिछला पैसा नहीं मिला है। अफसरों का दरवाजा खटखटाया, बजट ना आने की बात कहकर शिक्षकों को टरका दिया।

पिछले साल वार्षिक परीक्षा में 25 लाख 45 हजार 950 रुपये की उत्तर पुस्तिका अध्यापकों ने खरीदी थी। बिजनौर ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी अभी तक शासन से बजट नहीं आया है। विवेक बंसल, डीसी, सर्वशिक्षा अभियान, बिजनौर।

पिछले साल की वार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की धनराशि के लिए अनेक बार बीएसए से लिखित व मौखिक मांग की जा चुकी है , लेकिन धनराशि ना देकर इस वर्ष की परीक्षाओं की पुन तैयारी कर दी गई है। शिक्षको को एक बार फिर परीक्षा कराने के लिए जेब ढीली करनी पडे़गी। इस सम्बंध में बीएसए से वार्ता की जाएंगी।

गुलशन गुप्ता, उपाध्यक्ष, विशिष्ट बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन बिजनौर।

पिछले साल बच्चों ने दी वार्षिक परीक्षा

कक्षा बच्चे खर्च पैसे

1 से 5 1,37,663 13,76,630

6 से 8 58,466 11,69,320

नोट- यह आंकड़ा बीएसए कार्यालय के मुताबिक है।

परिषदीय स्कूलों में वार्षिक परीक्षा 20 से 24 मार्च तक होगी। पिछले साल अध्यापकों ने अपने पैसे से उत्तर पुस्तिका खरीदकर वार्षिक परीक्षा कराई थी। अध्यापकों को पैसा देने के लिए बजट नहीं आया है। बजट आते ही स्कूलों में भेज दिया जाएगा।

जयकरन यादव, बीएसए, बिजनौर