14 शिक्षकों को मिलेगा राज्य अध्यापक पुरस्कार

14 शिक्षकों को मिलेगा राज्य अध्यापक पुरस्कार

• माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी की शिक्षकों की सूची
• इन शिक्षकों की सेवानिवत्ति आयु तीन वर्ष वढाई जाएगी

लखनऊ : राज्य अध्यापक पुरस्कार की गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग ने घोषणा कर दी। इस बार 14 सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को यह पुरस्कार दिया जाएगा। माध्यमिक स्कूलों में नव प्रयोग के माध्यम से पाठ पढ़ाने और बेहतर परिणाम देने वाले इन शिक्षकों का चयन राज्य स्तरीय समिति द्वारा किया गया है। साक्षात्कार व प्रस्तुतीकरण के माध्यम से इन्हें चयनित किया गया है।

फिलहाल राज्य अध्यापक पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु तीन वर्ष बढ़ेगी। अब यह 62 वर्ष की बजाए 65 वर्ष की आयु पूरी कर रिटायर होंगे। यह पुरस्कार वर्ष 2022 के हैं। नियमों बदलाव के कारण पांच सितंबर 2022 को शिक्षक दिवस पर इनका वितरण नहीं हुआ था अब आगे किया जाएगा।

माध्यमिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव एसपी सिंह की ओर से पत्र जारी कर जिन शिक्षकों के नाम की घोषणा की गई है उनमें गोरखपुर के महात्मा गांधी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ओम प्रकाश सिंह शामिल, मेरठ के इस्माइल गर्ल्स इंटर कालेज की प्रधानाचार्य डा. मृदुला शर्मा, अयोध्या के सुभाष इंटर कालेज के मानविकी के शिक्षक विनोद कुमार तिवारी, 

एटा के एमजीएम इंटर कालेज के मानविकी के शिक्षक श्याम बिहारी, सहारनपुर के बीएनडी इंटर कालेज के मानविकी के शिक्षक सुशील कुमार त्यागी, रामपुर के जैन इंटर कालेज के भाषा के शिक्षक मुनीश चंद्र शर्मा, आगरा के श्री रतन मुनि जैन इंटर कालेज के भाषा के शिक्षक प्रह्लाद, मुजफ्फरनगर के जवाहर लाल नेहरू स्मृति इंटर कालेज के भाषा के शिक्षक चंद्र मोहन शर्मा, सुलतानपुर के केश कुमारी राजकीय इंटर कालेज की संगीत की अध्यापिका डा. बबिता जैन और इसी विद्यालय के विज्ञान के शिक्षक शैलेन्द्र चतुर्वेदी, 

बरेली के गवर्नमेंट इंटर कालेज के शारीरिक शिक्षा के शिक्षक नईम अहमद, वाराणसी के बंगाली टोला इंटर कालेज के संगीत के शिक्षक डा. जितेन्द्र मिश्रा, गाजियाबाद के गवर्नमेंट बालिका इंटर कालेज की विज्ञान की अध्यापिका रेनू त्रिपाठी व कासगंज के पंडित दीन दयाल उपाध्याय गवर्नमेंट माडल इंटर कालेज के विज्ञान के शिक्षक मदन चंद्र राजपूत शामिल हैं।

विभिन्न विषयों के शिक्षकों को एक समान अवसर देने के लिए इस बार नियमों में बदलाव किया गया और मानविकी, भाषा, शारीरिक शिक्षा व विज्ञान विषयों के अध्यापकों को पुरस्कार पाने का मौका दिया गया है।