'राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ गया है और ऐसे लोग चुनाव मैदान में आने लगे, जो शिक्षा व शिक्षकों के लिए लागू नियमावली को भी नहीं जानते'
लगातार छठवीं बार शिक्षक एमएलसी चुनाव में जीत दर्ज कराने वाले शिक्षक विधायक राजबहादुर सिंह चंदेल ने कहा कि राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ गया है और ऐसे लोग चुनाव मैदान में आने लगे हैं जो शिक्षा व शिक्षकों के लिए लागू नियमावली को भी ठीक से नहीं जानते हैं। यह मेरा अंतिम चुनाव है।
अब आगे कोई चुनाव नहीं लडुंगा । शैक्षणिक स्तर में सुधार, पुरानी पेंशन बहाली, वित्त विहीन शिक्षकों के लिए सेवा शर्तें निर्धारित करा उन्हें सम्मान देने के लिए संवैधानिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत संघर्ष करना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। ये बातें नवनिर्वाचित शिक्षक विधायक राजबहादुर सिंह चंदेल ने अपने आवास पर जागरण से बात करते हुए कहीं। यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायिका न्यायपालिका को पुरानी पेंशन व्यवस्था का लाभ मिल रहा है लेकिन कार्यपालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों और शिक्षकों को इससे वंचित किया है वित्त विहीन शिक्षकों की बेसिक स्कूलों के मानदेय पर कार्यरत अनुदेशकों के लिए सेवा शर्त लागू कराने की लड़ाई प्राथमिकता पर रहेगी।
माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक रखे गए थे, उन्हें रिक्त पदों पर समायोजित कराने, डिग्री के मानदेय शिक्षकों को भी सेवा शर्तों का लाभ दिलाने के लिए सरकार का ध्यान आकृष्ट कराऊंगा उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा राज्य सेक्टर की जिम्मेदारी है लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों में निजी सेक्टरों को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसे रोका जाए।