Tax: सबसे बड़ा सवाल! आखिर कैसे बचाएं इनकम टैक्स? बजट से पहले समझिए TAX बचाने की ABCD
Tax Saving Tips: जिन लोगों की सैलरी टैक्सेबल होती है उनको इनकम टैक्स भी दाखिल करना होता है. इनकम टैक्स अलग-अलग स्लैब के हिसाब से दाखिल किया जा सकता है. हालांकि जिन लोगों की सैलरी टैक्सेबल होती है वो इनकम टैक्स बचाने के लिए भी कई उपाय करते हैं।
ऐसे में इनकम पर लगने वाला टैक्स बचाने के लिए कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए, ताकी सही तरीके से इनकम टैक्स बचाया जा सके और फायदा भी उठाया जा सके।
टैक्स सेविंग
दरअसल, देश में इनकम टैक्स बचाने के लिए कई इंवेस्टमेंट विकल्प मौजूद हैं जो आपकी पूंजी में भी इजाफा कर सकते हैं और आपके टैक्स के बोझ को भी कम करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। यह खबर आप बेसिक शिक्षा न्यूज़ डॉट इन पर पढ़ रहे हैं। इसके लिए टैक्सपेयर्स को पहले अपने निवेश करने का उद्देश्य ध्यान में रखना चाहिए और यह जान लेना चाहिए कि उनका निवेश करने का टारगेट सिर्फ टैक्स बचाना है या फिर वो अच्छा रिटर्न भी उस निवेश से कमाना चाहते हैं।
टैक्स सेविंग प्लान
बता दें कि मौजूद वक्त में कई टैक्स सेविंग प्लान उपलब्ध हैं, लेकिन रिटर्न आमतौर पर कम होता है. इसका एक प्रमुख उदाहरण बैंक एफडी है. ये सुरक्षित निवेश विकल्प हैं, लेकिन इनका रिटर्न आमतौर पर अधिक नहीं होता है. हालांकि, आरबीआई के जरिए रेपो रेट बढ़ाने के बाद बैंकों ने भी एफडी पर रिटर्न बढ़ा दिया है. वहीं टैक्स सेविंग एफडी में एक लिमिट के बाद अर्जित ब्याज पर टैक्स का भुगतान भी किया जाता है।
इंवेस्टमेंट
इसके अलावा अगर आपका टारगेट है कि टैक्स बचाने के साथ ही किए गए इंवेस्टमेंट से बढ़िया रिटर्न भी मिले तो आपको अन्य योजनाओं में निवेश करना चाहिए क्योंकि उनमें एफडी से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. इनमें सुकन्या समृद्धि योजना, एनपीएस, यूलिप, पीपीएफ, ईएलएसएस और एनएससी जैसे कुछ बहुत ही आकर्षक निवेश विकल्प हैं. आप अच्छे रिटर्न के साथ-साथ यहां से टैक्स भी बचा सकते हैं।
राष्ट्रीय पेंशन योजना
वहीं ईएलएसएस केवल तीन वर्षों में मैच्योर हो जाता है. इसमें ज्यादा लंबी अवधि के लिए लॉक-इन पीरियड नहीं होता है. हालांकि, इसका रिटर्न स्थिर नहीं है. वहीं टैक्स बेनेफिट के लिए रिटर्न और पेंशन फंड पर विचार करते समय राष्ट्रीय पेंशन योजना यानी एनपीएस भी बेहतर विकल्प है. जब आप रिटायर हों तो आपको इसमें निवेश जारी रखना चाहिए. इसमें कर-मुक्त निवेश और रिवार्ड शामिल है. आप इससे 9% से 12% तक प्रॉफिट कमा सकते हैं।