विशेष शिक्षक की मौत, अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगा किया प्रदर्शन, पढ़ें पूरी खबर
सलेमपुर/बनकटा/रामपुर बुजुर्ग। हृदय गति रुकने से विशेष शिक्षक की मौत के बाद आक्रोशित शिक्षकों ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय पहुंच प्रदर्शन किया। आरोप है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की प्रताड़ना के चलते विशेष शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
विशेष शिक्षक संघ ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे विशेष शिक्षकों ने बताया कि बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव के निर्देश पर जिले के 18 एआरपी 54 विशेष शिक्षकों की परिषदीय विद्यालयों की जियो टैगिंग के लिए लगाया गया था। हम लोग नियमानुसार विद्यालयों पर पहुंचे, जो वास्तविक स्थिति सामने थी उसकी टैगिंग कर दी।
इसके चलते जिले की प्रगति प्रदेश में काफी पीछे हो गई। विशेष शिक्षकों ने विद्यालयों पर पहुंच 19 विदुओं को ध्यान में रखते हुए सर्वेक्षण कर इसकी रिपोर्ट बीएसए को दी, जिसे शासन को भेजा गया जियो टैगिंग के पूर्व में जिले की प्रगति टॉप टेन में रहती थी।
नई स्थिति में जिले की स्थिति प्रदेश में 67 में स्थान पर हो गई।प्रगति खराब होने पर उच्चाधिकारियों को शासन से फटकार मिलने के बाद इसका खामियाजा विशेष शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है।
बीएसए ने सोमवार को इन शिक्षकों को बुलाकर फटकार लगाई और संविदा समाप्त करने की चेतावनी दी जिससे बनकटा ब्लॉक में तैनात मल्हना गांव निवासी विशेष शिक्षक अखिलेश चंद्र यादव 32 वर्ष की हृदय गति रुकने से मौत हो गई।
प्रदर्शन करने वालों में संघ के जिलाध्यक्ष राम प्रसाद पाठक, मनोज श्रीवास्तव, परमात्मा सिंह, मारकंडेय दुबे, रामप्यारे, राजाराम दुबे, विजय यादव, देव प्रकाश शर्मा, अजय शर्मा, सुधीर सिंह, राजेश कुमार आदि शामिल रहे। भाटपाररानी, बनकटा ब्लॉक के शिक्षकों ने भी विशेष शिक्षक के निधन पर शोक जताया।