फेसबुक लाइव करने वाली शिक्षिका की बढ़ी मुश्किलें, बच्चों ने की थी आगरा DM से अपील
आगरा:- सीडीओ, ASDO मनिकंडन से हुई नोकझोंक का फेसबुक Facebook लाइव करने वाली दिव्यांग शिक्षिका की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इस मामले में निलंबन nilambit के बाद अब उनके खिलाफ एक अभिभावक ने उन पर इंटरनेट मीडिया internet Media के माध्यम से बेटी को बदनाम करने की शिकायत की है। उनकी शिकायत पर बाल कल्याण समिति ने उन्हें नोटिस जारी कर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने आदेश दिए हैं।
बाल कल्याण समिति ने यह नोटिस notice एक अभिभावक की शिकायत पर भेजा है, अभिभावक का आरोप है कि नगला अजीता स्थित कंपोजिट विद्यालय की शिक्षिका अलका पालीवाल स्कूल में बैठकर फेसबुक लाइव करती हैं। उन्होंने उनकी बेटी का नाम लेकर फेसबुक लाइव Facebook live किया और झूठा आरोप लगाते हुए उसे सार्वजनिक रूप से बदनाम किया। इस कारण उनकी बेटी ने विद्यालय Vidyalaya जाना छोड़ दिया है। पिता की शिकायत पर बाल कल्याण समिति ने दिव्यांग शिक्षिका को बाल न्यायालय में उपस्थित होने के आदेश जारी किए हैं।
पुराना है विवाद
उच्च प्राथमिक विद्यालय prathmik vidyalaya कन्या जगदीशपुरा और प्राचीन प्राथमिक विद्यालय Vidyalaya जगदीशपुरा पहले जगदीशपुरा में किराए के भवन में संचालित था। उस दौरान भी दोनों विद्यालयों vidyalaya की शिक्षिकाओं में विवाद की स्थिति थी। दोनों एक दूसरे पर तरह-तरह के आरोप लगाती थीं।
खुले में संचालित विद्यालय Vidyalaya की स्थिति देखकर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी BSA ने इसे नगला अजीता स्थित प्राथमिक विद्यालय prathmik vidyalaya में कंपोजिट के रूप में मर्ज कर दिया। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे। अब विद्यालय में इंचार्ज प्रधानाध्यापक के साथ दिव्यांग शिक्षिका और पांच शिक्षामित्र कार्यरत हैं। इनमें एक शिक्षामित्र दिव्यांग शिक्षिका के साथ, जबकि शेष इंचार्ज प्रधानाध्यापक Headmaster के साथ हैं।
शिक्षिकाओं के बीच गुटबाजी की स्थिति है, तो विद्यार्थी भी अलग-अलग गुटों में बंटे नजर आते हैं और अपनी पसंद की शिक्षिका के पक्ष और दूसरी शिक्षिका के विरोध में बयान देते नजर आते हैं। उन पर तमाम आरोप लगाने से भी नहीं चूकते।
सख्त कदम उठाने की जरूरत
विद्यालय Vidyalaya की वर्तमान स्थिति विस्फोटक कही जा सकती है क्योंकि दोनों शिक्षिकाएं अपनी पसंदीदा विद्यार्थियों को लेकर अलग-अलग कक्षाएं class संचालित करती हैं। हालांकि पढ़ाई भले ही हो रही हो, लेकिन जिस तरह से वहां विवादित बयानों का स्थिति रहती है, उससे वहां कभी भी हालत बिगड़ने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।