सावधान:- अक्षांश और देशांतर से हो रही है परिषदीय विद्यालयों की निगरानी, जरा सी लापरवाही पड़ सकती है भारी

सावधान:- अक्षांश और देशांतर से हो रही है परिषदीय विद्यालयों की निगरानी, जरा सी लापरवाही पड़ सकती है भारी

हाथरस:- बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का स्तर सुधारने के लिए ऑनलाइन  निगरानी भी रखी जा रही है। शायद इस बात को जानकर आपको बहुत बड़ी हैरानी होगी कि इन विद्यालयों के अक्षांश और देशांतर के माध्यम से लखनऊ में बैठकर अफ़सर ऑनलाइन  निगरानी कर रहे हैं। जनपद में बेसिक शिक्षा परिषद के 1242 विद्यालय


ज़िले में बेसिक शिक्षा परिषद् के 1242 विद्यालयों में 143455 विद्यार्थी पंजीकृत बताए जाते हैं। इस साल नए सत्र के बच्‍चों को मिलाकर पंजीकृत बच्‍चों की संख्या 1.50 लाख से अधिक पहुंच गई है। ये विद्यालय नगर क्षेत्र के अलावा सात ब्लाकों में स्थित हैं। जो कि हाथरस के अलावा सिकंदराराऊ, सासनी व सादाबाद तहसील में बंटे हुए हैं। इन विद्यालयों को जियोग्राफिकल इन्फोरमेशन सिस्टम (जीआईएस) तक्नीकी के तहत जोड़ा गया है। इसके लिए जनपद के हर विद्यालय के अक्षांश व देशान्तर निर्धारित कर फीड किए गए हैं। वेबसाइट पर जिला वाइज लोगिन व पासवर्ड्स के आधार पर इनके कोड डालकर जनपद के किसी विद्यालय  की ऑनलाइन निगरानी की जा सकती है।

डाटा भी किया जाता है फीड

विद्यालय में कितने शिक्षक और बच्चे हैं। इसके अलावा क्या-क्या सुविधाऐं हैं। इसकी जानकारी संबंधित वेबसाइट पर फीड की जाती है। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर ऑनलाइन सत्यापन किया जाता हैं।

क्या है अक्षांश व देशांतर

किसी स्थान की स्थितियां को बताने के लिए उस स्थान का अक्षांश तथा देशान्तर बताया जाता है। किसी स्थान का अक्षांश, धरातल पर उस स्थान की 'उत्तर-दक्षिण स्थिति' को बताता है। किसी स्थान की जीरो डिग्री कोणीय दूरी जो देशांतर के पूर्व और पश्चिम में होती है, उसे देशांतर कहते हैं ।

समय-समय पर अधिकारी भी करते हैं भौतिक सत्यापन

बेसिक शिक्षा परिषद के इन विद्यालयों की हकीकत का पता करने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा परिषद के अलावा अन्य विभागों के अधिकारियों से भी समय-समय पर चेकिंग कराई जाती रही है।