बलिया:- चिलकहर बीआरसी पर बुधवार को प्रधानाध्यापिका रंजना पांडेय के साथ सहायक अध्यापक की हुई झड़प मामले में जिला महिला संघ ने अब आर-पार की लड़ाई का मूड बना लिया है। संघ का आरोप है कि मामले में पुलिस द्वारा पक्षपात पूर्ण कार्रवाई की गई। प्रधानाध्यापिका की तहरीर पर मामूली धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। जबकि सहायक अध्यापक की तहरीर पर दलित उत्पीड़न का मामला बना कर प्राथमिकी लिखी गई है। जिला महिला शिक्षक संघ अपने पदाधिकारियों के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में जिलाधिकारी से मिलने और मामले की हकीकत से रुबरु कराने का निर्णय किया है। ताकि दोषी सहायक अध्यापक के विरुद्ध कारवाई हो सके।
उधर, शिक्षा क्षेत्र के चिलहकर बीआरसी में बुधवार को महिला चौपाल के दौरान हुई प्रधानाध्यापिका रंजना पांडेय और सहायक अध्यापक मानवेंद्र सिंह के बीच हुई मारपीट के मामले में नया मोड़ आया। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर खंड शिक्षा अधिकारी चिलकहर का 29 जनवरी को जारी एक पत्र वायरल हो रहा है। इसमें खंड शिक्षा अधिकारी ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगपुरा के सहायक अध्यापक अरुण पांडेय, प्राथमिक विद्यालय जोगाडीह के सहायक अध्यापक श्रीकांत पांडेय और प्राथमिक विद्यालय डाडेपुर के सहायक अध्यापक मानवेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से मूल विद्यालय में स्थानांतरित किया था। बावजूद तीनों अध्यापकों का स्थानांतरण नहीं हुआ। जिला महिला शिक्षक संघ का आरोप है कि अगर पूर्व में जारी आदेश का अनुपालन होता तो बीआरसी में आयोजित महिला चौपाल में मानवेंद्र सिंह द्वारा महिला शिक्षिकाओं और शिक्षामित्रों के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाता और ना ही कोई घटना होती। उधर, मारपीट के प्रकरण की जांच का निर्देश बीएसए शिवनारायन सिंह ने दो खंड शिक्षा अधिकारियों को दिया है, लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हुई है।