उत्कृष्ट विद्यालयों को मिलेगा स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, इन मानकों पर होगी रेटिंग
इटावा जिले के परिषदीय विद्यालयों को कायाकल्प में उत्कृष्ट कार्य करने पर स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार मिलेगा। इसके लिये केंद्र सरकार ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार योजना की शुरूआत की है। विद्यालयों को छह मानकों पर खरा उतरना होगा।
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की स्टार किंग अब स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार दिला सकती है। जिसके लिये सभी विद्यालयों में पेयजल, शौचालय, साबुन से हाथ धोने, संचालन एवं रखरखाव व्यवहार परिवर्तन एवं क्षमता निर्माण तथा कोविड-19 से बचावों के उपायों पर नंबर दिए जाएंगे। स्कूलों को स्टार रेटिंग मिलेगी। इसके बाद जनपद स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तरतक विभिन्न चरणों के माध्यम से उत्कृष्ट स्कूलों की खोज की जाएगी।
राज्य परियोजना निदेशक अनामिका सिंह ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए आवेदन करने के होंगे। लिए निर्देशित किया है। इसमें छः घटकों के आधार पर अधिकतम 110 नंबर दिये जाएंगे। पेयजल के लिए 22, शौचालय के लिए 27, साबुन से हाथ धोने के लिए 14, संचालन एवं रखरखाव के लिये व्यवहार परिवर्तन के लिये 11 और कोविद 19 से बचने के उपाय के लिये 15 नंबर मिलेंगे प्राप्तांकों के आधार पर स्टार रेटिंग दी जाएगी।
प्रत्येक विद्यालय को कम से कम तीन रेटिंग अंक प्राप्त करना जरूरी होगा सर्व शिक्षा अभियान बालिका शिक्षा के समन्वयक विनय तिवारी ने कहा कि पांच स्टार वाले विद्यालय उत्कृष्ट की श्रेणी में रहेंगे। इसके अलावा भी विभिन्न चरणों के माध्यम से विद्यालय की स्थिति जानी जाएगो
जनपद स्तर और विकास खंड स्तर पर भी पुरस्कार वितरित
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उमानाथ ने सभी खंड शिक्षा अधिकारी एसआरजी समस्त एआरपी, नोडल शिक्षक स्कूलों को वर्चुअली मीट के माध्यम से जनपद के सूची विद्यालयों का तत्काल आवेदन कराने के निर्देश दिए। विद्यालयों को आवेदन कैसे करना है इसके लिए जिला समन्वयक निर्माण/जिला समन्वयक विनय तिवारी, एसआरजी संजीव चतुर्वेदी से संपर्क कर सकते हैं।