UPTET:- टीईटी में एक अन्य सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार- 6.30 बजे ही भेज दिया था पेपर

शिक्षक पात्रता परीक्षा के दौरान शहर में एक और सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने सॉल्वर व मूल अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ब्लैंक चेक, शैक्षिक प्रमाणपत्रों की छायाप्रति और अन्य चीजें बरामद की हैं। गिरोह के सरगना समेत तीन आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, झलवा स्थित सरोज देवी गर्ल्स इंटर कॉलेज को भी टीईटी के लिए केंद्र बनाया गया था। परीक्षा के दौरान ही एसटीएफ लखनऊ की टीम ने दबिश देकर यहां से दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने आए रंजय कुमार निवासी नालंदा बिहार और मूल अभ्यर्थी ललित कुमार निवासी पंवारा जौनपुर को हिरासत में ले लिया।

थाने लाकर पूछताछ में ललित ने बताया कि  वह सलोरी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है जहां उसका रूम पार्टनर सोनू यादव निवासी चंदवक जौनपुर भी रहता है। सोनू अपने एक अन्य साथी सर्वजीत वर्मा के साथ मिलकर सॉल्वर गैंग का संचालन करता है। सोनू ने एक लाख रुपये में उसकी जगह सॉल्वर बैठाने का ठेका लिया था। जिसके एवज में उसने दो सॉल्वरों का इंतजाम किया था।

इनमें से बिट्टू कुमार उर्फ बच्चू प्रसाद को पहली पाली जबकि रंजय को दूसरी पाली में परीक्षा देनी थी। दोनों को उसने सोनू के कहने पर 40-40 हजार रुपये बतौर एडवांस भी दिए थे। लेकिन एसटीएफ के पहुंचने से पहले ही बिट्टू भाग निकला। इसके बाद एसटीएफ ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। धूमनगंज इंस्पेक्टर तारकेश्वर राय ने बताया कि सोनू, सर्वजीत व बिट्टू की तलाश की जा रही है।

6.30 बजे ही भेज दिया था पेपर

पुलिस सूत्रों का कहना है कि ललित के मोबाइल में टीईटी के प्रश्नपत्र की सॉल्व कॉपी भी बरामद हुई है। इस बारे में पूछने पर उसने बताया कि परीक्षा से पहले सुबह 6.30 बजे ही सोनू ने उसकेपास लीक हुआ पेपर व्हाट्सएप के जरिए भेजा था। पुलिस का कहना है कि सोनू को पेपर कहां से मिला, इस बारे में उसके पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा। 
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