न शिक्षक डायरी भरी जा रही और न मिल रही लर्निंग पासबुक, अब फंसे गुरूजी
अलीगढ़:- काेरोना काल में या उसके बाद भी गुरुजी के शिक्षण का ब्योरा लर्निंग पासबुक में सुरक्षित रखने की व्यवस्था बनाने की योजना शासनस्तर से बनाई गई थी। हर शिक्षक की लर्निंग पासबुक बनाने का काम शुरू कर दिया गया था। शासनस्तर से निर्णय किया गया कि शिक्षक को अपनी आनलाइन शिक्षण सामग्री का डेबिट-क्रेडिट एक क्लिक पर पता चल सके। दीक्षा एप के जरिए इस व्यवस्था को शुरू करने की योजना भी बनाई गई। मगर धरातल पर तमाम शिक्षकों की लर्निंग पासबुक घरों में रखी बैंक पासबुक की तरह हो गई है, जो ढूंढ़ने पर ही मिलती है। इसके अलावा शिक्षक डायरी भी शिक्षकों की ओर से नहीं भरी जा रही है। इसके संबंध में अफसरों को ज्ञापन सौंपकर मांग भी की गई कि शिक्षक डायरी भरने का प्रशिक्षण दिलाया जाए लेकिन मांग पूरी नहीं की जा सकी।